शक्ति निकेतन की स्थापना वर्ष 1983 में स्वर्गीय बी.के. ओम प्रकाश भाईजी ने की थी, जो उस समय ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, इंदौर क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक थे। यह उनका कुशल मार्गदर्शन और कड़ी मेहनत ही थी जिसने इस संस्थान को इतने वर्षों तक तेजी से आगे बढ़ाया है। उनके अनुभवी, दयालु और अनुशासित मार्गदर्शन के तहत, दिव्य छात्रावास ने 1983 में अपना आकार लिया और तब से नए क्षितिज छू रहा है।

बीके करुणा

शक्तियों के आध्यात्मिक मूर्तिकार

बीके नीला

बीके रुचि

बीके संघमित्रा

BK Vasumati

बीके अर्शिता

बीके अयोशना

यह छात्रावास सच्चे अर्थों में स्वर्ग है, क्योंकि यहां ब्रह्माकुमारी बहनें, जो स्वयं युवा लड़कियों के लिए आदर्श हैं और सच्चे अर्थों में उच्च शिक्षित हैं, छात्रावास में रहने वालों को उनके सर्वांगीण विकास के लिए प्रशिक्षण देती हैं। लड़कियों का पालन-पोषण बड़ी बहनों द्वारा पूरी निष्ठा और बिना किसी आर्थिक अपेक्षा के किया जाता है। छात्रावास में ब्रह्माकुमारी बहनें आध्यात्मिक प्रवचनों की निरंतर शिक्षाओं द्वारा लड़कियों में आमूल-चूल परिवर्तन लाने का प्रयास करती हैं। लड़कियाँ नए संस्कार ग्रहण करने और अपनी बुरी आदतों को दूर करने में सक्षम होती हैं जो वे घर पर अपने माता-पिता के साथ नहीं कर पाती हैं। जिस दिन वे अपना छात्रावास प्रवास पूरा करके बाहर आती हैं, हर कोई यह देखकर आश्चर्यचकित हो जाता है कि ये लड़कियाँ पूरी तरह से स्वस्थ दिमाग और शुद्ध बुद्धि से भरी वास्तविक 'शक्ति' में बदल जाती हैं।

आदरणीय स्वर्गीय ओम प्रकाश भाईजी

"शक्ति निकेतन" के संस्थापक

बीके शकुन्तला